अमेरिका के ट्रंप प्रशासन ने मिनेसोटा राज्य का बाल देखभाल फंड रोकने का फैसला किया है। यह कदम मिनेसोटा में बाल देखभाल कार्यक्रमों में हो रही कथित धोखाधड़ी के बाद उठाया गया है। ट्रंप प्रशासन ने मंगलवार को इसका एलान किया। अमेरिका के स्वास्थ्य उप-सचिव जिम ओ नील ने यह सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में इसका एलान किया।
मिनेसोटा के गवर्नर के आरोप- मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहा ट्रंप प्रशासन
जिम ओ नील ने लिखा, ‘मिनेसोटा का फंड रोकने का कदम खुली धोखाधड़ी के जवाब में है, जो मिनेसोटा और देशभर में फैली हुई है।’ वहीं मिनेसोटा के गवर्नर और डेमोक्रेट नेता टिम वाल्ज ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में इसका विरोध किया और लिखा कि धोखेबाजी एक गंभीर मुद्दा है, जिस पर राज्य प्रशासन वर्षों से कार्रवाई कर कर रहा है, लेकिन यह कदम ट्रम्प के लंबे खेल का हिस्सा है। वाल्ज ने कहा, ‘ट्रंप प्रशासन मिनेसोटा के लोगों की मदद करने वाले कार्यक्रमों को फंड देना बंद करके इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहे हैं।’
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करोड़ों डॉलर की धोखाधड़ी का हुआ खुलासा
ट्रंप प्रशासन का आरोप है कि सोमाली मूल के लोगों द्वारा चलाए जा रहे डे केयर में 10 करोड़ डॉलर की धोखाधड़ी की गई है। अब सरकार इन डे केयर की ऑडिट जांच करेगी। दरअसल इस धोखाधड़ी का तब पता चला, जब होमलैंड सिक्योरिटी के अधिकारियों ने मिनियापोलिस में व्यवसायों में जाकर अचानक जांच की, जिसमें बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी का पता चला। जांच एजेंसियों का कहना है कि अधिकांश आरोपी सोमाली मूल के हैं। वहीं मिनेसोटा की डेमोक्रेट सांसद सोमाली मूल की इल्हान उमर का कहना है कि कुछ लोगों द्वारा की गई धोखाधड़ी के लिए पूरे समुदाय को दोष देना गलत है।