
बिहार के महाकांड।
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
देश में एक आंदोलन जोर पकड़ रहा था। जोर ऐसा की दो धर्मों में तनाव बढ़ता जा रहा था। इसी बीच एक शहर में दो खबर फैलती हैं। ये खबरें कोरी अफवाह होती हैं, लेकिन अपना काम कर जाती हैं। काम दो धर्मों के बीच नफरत को बढ़ाने का। इन सबके बीच एक जुलूस में ऐसा कुछ होता है कि शहर में दंगे की आग भड़क जाती है। वो दंगा जिसे हम आप भागलपुर दंगा के नाम से जानते हैं।
बिहार में चुनाव की घड़ी नजदीक आ चुकी है। 6 और 11 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं और 14 नवंबर को मतगणना का दिन होगा। इस चुनाव साल से पहले अमर उजाला बिहार और बिहार की राजनीति जुड़ी घटनाओं और चेहरों के बारे में अलग-अलग सीरीज शुरू कर रहा है। इसी से जुड़ी ‘बिहार के महाकांड’ सीरीज में आज हम आपको भागलपुर दंगे की कहानी बताएंगे। भागलपुर में 1989 में दंगों की पृष्ठभूमि क्या थी? तनाव पनपने की वजह क्या थी? इन दंगों से धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक स्तर पर तनाव ने किस तरह विकराल रूप ले लिया? दंगों के बाद बिहार में क्या हुआ? आइये जानते हैं…