अमेरिका और वेनेजुएला के बीच तनाव एक बार फिर बढ़ गया है। शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सैन्य विकल्पों को खुला रखते हुए बी-52 परमाणु-सक्षम बॉम्बर का ‘अटैक डेमो’ करवाया। इसी के कुछ ही देर बाद अमेरिकी विमानन नियामक फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) ने वेनेजुएला के हवाई क्षेत्र को लेकर नई एविएशन अलर्ट जारी की।
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वेनेजुएला के ऊपर उड़ान भरना खतरनाक- एफएए
अमेरिका की फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) ने दोपहर 1:08 बजे एक नोटिस टू एयरमेन जारी करते हुए कहा कि वेनेजुएला के हवाई क्षेत्र में ‘संभावित रूप से खतरनाक स्थिति’ बन सकती है। इस चेतावनी में कहा गया कि सुरक्षा जोखिम बढ़ रहे हैं, सैन्य गतिविधि तेज है और इन हालात का असर सभी ऊंचाइयों पर उड़ने वाले विमानों पर पड़ सकता है- चाहे वे ओवरफ्लाइट हों, टेकऑफ, लैंडिंग पर हों या जमीन पर। यह सलाह मैक्वेटिया उड़ान सूचना क्षेत्र (एफआईआर) के लिए है, जिसमें पूरा वेनेजुएला, दक्षिणी कैरेबियन और कोलंबिया, गुयाना, ब्राजील और त्रिनिदाद के ऊपर का हवाई क्षेत्र शामिल है।
बी-52 बॉम्बर का ‘डेमो अटैक’
एफएए की चेतावनी के तुरंत बाद अमेरिकी वायुसेना ने पुष्टि की कि एक बी-52 स्ट्रैटोफोर्ट्रेस बॉम्बर, दो केसी-135 टैंकरों और लड़ाकू विमानों के साथ दक्षिणी कमांड क्षेत्र में ‘बॉम्बर अटैक डेमो’ उड़ान पर गया। अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक यह ऑपरेशन उन ड्रग तस्करी नेटवर्क के खिलाफ चल रहे मिशनों का हिस्सा है जिनके तार वे वेनेजुएला से जोड़ते हैं।
ट्रंप की चेतावनी- हम कुछ भी कर सकते हैं
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि वेनेजुएला पर कार्रवाई के सभी विकल्प खुले हैं। उन्होंने दावा किया कि मादुरो ‘नार्को-टेररिज्म को संरक्षण दे रहे हैं और इससे अमेरिका को ‘तगड़ा नुकसान’ हो रहा है, चाहे वह ड्रग तस्करी हो या गैर-कानूनी प्रवासन। ट्रंप ने यह भी कहा कि वे शायद वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो से बात कर सकते हैं, लेकिन ‘किसी भी विकल्प को नकार नहीं रहे।’
मादुरो ने बातचीत के संकेत दिए
ट्रंप के बयान के बाद मादुरो ने भी कहा कि वे अमेरिकी प्रशासन से बातचीत के लिए तैयार हैं। इससे कूटनीतिक हलचल और बढ़ गई है कि क्या दोनों देशों के बीच बातचीत शुरू हो सकती है या हालात और बिगड़ेंगे। सूत्रों के अनुसार, वॉशिंगटन कार्टेल डे लॉस सोल्स, जिसे अमेरिका मादुरो के नियंत्रण में चलने वाला ड्रग नेटवर्क बताता है, को आतंकी संगठन घोषित करने की तैयारी कर रहा है।
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कैरेबियन क्षेत्र में अमेरिका का सबसे बड़ा सैन्य जमावड़ा
इस पूरे घटनाक्रम से पहले ही अमेरिका ने कैरेबियन में यूएसएस गेराल्ड आर. फोर्ड और उसके स्ट्राइक ग्रुप को तैनात कर दिया है। वहीं, अमेरिकी नौसेना लगातार उन जहाजों को इंटरसेप्ट कर रही है जिन पर नशीले पदार्थ ले जाने का शक होता है।