
दरअसल, मनसा देवी मंदिर पहाड़ पर स्थित है, कांवड़ यात्रा के कारण बंद हुए रास्ते भी खुल गए थे, इस वजह से मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा हो गया। रविवार को मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ गई। पहाड़ पर ऊंचाई पर स्थित मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को संकरी मार्ग से जाना पड़ता है। सीढ़ियां भी छोटी हैं। बरसात में वहां फिसलन भी होने की जानकारी मिली है।
एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने बताया कि हमें करीब 9 बजे के आसपास सूचना मिली थी कि मनसा देवी मार्ग भगदड़ होने से कुछ लोग घायल हुए हैं। मौके पर पुलिस टीम पहुंची। करीब 35 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। छह लोगों की मौत हो गई है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि करंट फैलने की अफवाह के चलते भगदड़ हो गई। घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। कुछ गंभीर अवस्था वाले मरीजों को हायर सेंटर रेफर किया जा रहा है।
एसएसपी ने बताया कि करंट आने की अफवाह के कारण भगदड़ मची। पुलिस जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि हादसे की वजह का पता किया जा रहा है। हालांकि, प्रथम दृष्टया जानकारी मिली है कि करंट की अफवाह के चलते भगदड़ मची है। मंदिर के रास्ते पर भगदड़ हुई है।
फरीदाबाद से आए बिहार के संतोष ने बताया, वहां दीवार पर तार लगी हुई थी। जिसे पकड़कर लोग चढ़ने लगे। जिस वजह से तार छिल गया और करंट फैल गया। जिससे हंगामा मच गया। लोग नीचे गिर गए। मैंने कई लोगों को बचाया, जितना मुझसे हो सका मैंने किया। भगदड़ में मैं भी गिर गया। मैं जिनके साथ था, वो भी मुझसे बिछड़ गए। वहां काफी भीड़ थी, सही से पैर रखने की भी जगह नहीं थी। लोग एक दूसरे के ऊपर चढ़ते चले गए।