सोशल मीडिया पर हाल ही में एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ, जिसमें एक महिला पर्स चोरी होने से नाराज होकर ट्रेन के एसी कोच की खिड़की का कांच तोड़ती दिख रही है। इस वीडियो को इंदौर का बताकर प्रचारित किया जा रहा था। हालांकि, रेलवे ने अब इस दावे का खंडन करते हुए इसे पूरी तरह से फर्जी बताया है। अधिकारियों के अनुसार, महिला मानसिक रूप से अस्वस्थ है।
क्या था वायरल वीडियो में?
वायरल हो रहे वीडियो में, एक महिला यह आरोप लगाती दिख रही है कि उसका पर्स चोरी हो गया है और RPF (रेलवे सुरक्षा बल) उसकी शिकायत को गंभीरता से नहीं ले रही है। इसी बात से भड़ककर महिला ने गुस्से में एक प्लास्टिक बोर्ड की मदद से ट्रेन के एसी कोच की खिड़की का शीशा तोड़ना शुरू कर दिया। वीडियो में रेलवे कर्मचारी और अन्य यात्री उसे रोकने की कोशिश करते नजर आ रहे हैं, लेकिन वह “मेरा पर्स लाकर दो, नहीं तो मैं नहीं रुकूंगी” कहकर लगातार शीशे पर वार करती रही। महिला के पास उसकी एक छोटी बच्ची भी बैठी दिखाई दे रही है।
This is wrong tweet. She is mentally unstable women who was detained by RPF and handed over to GRP New Delhi for further action. The narrative that she lost her purse is completely false and fake
— RPF Delhi Division (@rpfnrdli) October 29, 2025
इंदौर रेलवे ने अमर उजाला को दी जानकारी
वीडियो के वायरल होने के बाद, इसे इंदौर का बताया जाने लगा। इस संबंध में जब अमर उजाला ने इंदौर के रेलवे पीआरओ खेमराज मीणा से बात की, तो उन्होंने स्पष्ट किया कि यह वीडियो पूरी तरह से फर्जी है और इसे गलत तरीके से इंदौर का बताकर प्रचारित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस वीडियो से भ्रामक जानकारी फैल रही है।
यह भी पढ़ें…
Indore News: महाराष्ट्र से असली घी मंगाकर करते थे वनस्पति घी की मिलावट, 3400 लीटल घी जब्त
रेल मंत्रालय का बयान: महिला की मानसिक हालत ठीक नहीं
इस मामले पर उत्तर दिल्ली रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु शेखर उपाध्याय ने कहा कि वीडियो में दिख रही महिला की मानसिक हालत ठीक नहीं है और उसका इलाज चल रहा है। वहीं, रेल मंत्रालय ने भी बयान जारी कर कहा है कि मामले को संज्ञान में ले लिया गया है और कार्रवाई हेतु संबंधित अधिकारियों को भेज दिया गया है।