Published by: विकास कुमार
Updated Sun, 02 Nov 2025 05:35 PM IST
पूछताछ के दौरान आरोपी ने खुलासा किया है कि जो लोग प्राइवेट अस्पताल में इलाज नहीं करा पाते थे, ऐसे लोगों को वह पांच हजार रुपये लेकर ईडब्ल्यूएस कैटेगरी में इलाज करा देता था। इसके लिए वह बकायदा अस्पताल के नाम सीएम कार्यालय की ओर से एक फर्जी लेटर जारी कर मरीजों को देता था।

पुलिस हिरासत में पकड़ा गया आरोपी
– फोटो : अमर उजाला