विशाखापट्टनम में आयोजित यंग लीडर्स फोरम में सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी और कर्नल सोफिया कुरैशी ने युवाओं से देश की सुरक्षा और विकास में सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया। इस फोरम का उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति युवाओं को जागरूक और सशक्त बनाना था।
हर नागरिक है राष्ट्ररक्षक- कर्नल सोफिया कुरैशी
कर्नल सोफिया कुरैशी ने अपने भावुक संबोधन में कहा, ‘जब मेरा जन्म हुआ, मेरी मां ने कहा- तुम आजाद भारत में जन्मी हो।’ मैं चाहती हूं कि हर युवा इस गर्व को महसूस करे। देश की रक्षा सिर्फ सेना की नहीं, हर नागरिक की जिम्मेदारी है।’
VIDEO | Delhi: At the Young Leaders Forum to Empower Youth for National Security, Col Sofiya Qureshi says, “When I was born, my mother held me in her hands and said, ‘My dear princess, you are born in a free India.’ I want to tell you all – you are born in a great nation. The… pic.twitter.com/rabBPiki4c
— Press Trust of India (@PTI_News) October 31, 2025
‘ऑपरेशन सिंदूर ने युद्ध की परिभाषा बदल दी’
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने युद्ध की परिभाषा बदल दी है, ‘इस ऑपरेशन ने साबित किया कि शांति और स्थिरता बिना युवाओं और नागरिकों की भागीदारी के संभव नहीं। भारत अब मल्टी-डोमेन प्रिसिजन वॉरफेयर, आत्मनिर्भरता, और तीनों सेनाओं के समन्वय का प्रतीक बन चुका है।’
VIDEO | Delhi: At the Young Leaders Forum to Empower Youth for National Security, Col Sofiya Qureshi says, “Operation Sindoor has brought a paradigm shift in warfighting. It has proved that peace, stability, and progress cannot be sustained without the active participation of… pic.twitter.com/JCNEwRTt3G
— Press Trust of India (@PTI_News) October 31, 2025
‘शास्त्र और शस्त्र दोनों जरूरी’
कर्नल सोफिया ने कहा कि भारत की प्राचीन परंपरा हमें सिखाती है कि राष्ट्र की रक्षा शास्त्र (ज्ञान) और शस्त्र (बल) दोनों से होती है। ‘भारतीय सेना अपने सैनिकों को दोनों में सक्षम बनाती है- चाहे सात दशक पहले की लड़ाई हो या हाल का ऑपरेशन सिंदूर।’
VIDEO | Delhi: At the Young Leaders Forum to Empower Youth for National Security, Col Sofiya Qureshi says, “Our ancient wisdom teaches that a nation is protected by both shaastra (knowledge) and shashtra (power). The Indian Army empowers its troops through both. Whether it was… pic.twitter.com/wiLDSx9XjF
— Press Trust of India (@PTI_News) October 31, 2025
अब युद्ध केवल बंकरों में नहीं लड़ा जा रहा- कुरैशी
उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा- आप ही ‘युवा शक्ति ऑफ भारत’ हैं। अब युद्ध केवल बंकरों में नहीं, बल्कि बाइट्स और बैंडविड्थ के जरिए भी लड़ा जा रहा है। आप फायरपावर ही नहीं, बल्कि फायरवॉल्स में भी निपुण हैं।
#WATCH | Delhi: During Young Leaders Forum, Colonel Sofiya Qureshi says, “…Responsibilities for defending a nation are not just the military’s game; civilians also play a role in addressing external and internal threats… Over the years, the Indian army has trained officers… pic.twitter.com/4ssL6wam7s
— ANI (@ANI) October 31, 2025
युवा ही भारत की सबसे बड़ी शक्ति- सेना प्रमुख
इस दौरान सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने कहा कि पहली बार यंग लीडर्स फोरम को एक प्री-इवेंट के रूप में आयोजित किया गया है ताकि देश के युवाओं के बीच ‘रिफॉर्म टू ट्रांसफॉर्म’ का संदेश फैलाया जा सके। उन्होंने कहा- ‘भारत के इतिहास में युवाओं की वीरता और समर्पण की अनेक मिसालें हैं। उम्र कभी योगदान को सीमित नहीं करती।’
#WATCH | Delhi: During Young Leaders Forum, Chief of the Army Staff, General Upendra Dwivedi says, “For the first time, the Youth Leaders Forum is being held as a pre-event, especially for the country’s youth, setting the tone for the larger theme of reform to transform a strong,… pic.twitter.com/kIsporJYDf
— ANI (@ANI) October 31, 2025
इस दौरान उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कहा कि इस मिशन में कई युवा अधिकारी, एनसीसी कैडेट, सिविल डिफेंस कर्मी, ड्रोन तकनीकी विशेषज्ञ और सोशल मीडिया के माध्यम से देश के लिए काम करने वाले नागरिक शामिल थे। उन्होंने आगे कहा कि ‘हमारे कुशल मानव संसाधन ही हमारी सबसे बड़ी ताकत हैं।’
‘चुनौतियां बढ़ीं, लेकिन अवसर भी असीम हैं’
सेना प्रमुख ने आगे कहा कि भारत के सामने अब ढाई मोर्चों की चुनौती है? इसमें पारंपरिक प्रतिद्वंद्विता और संयुक्त खतरों का सामना; आतंकवाद, प्रॉक्सी युद्ध और आंतरिक खतरे; इसके साथ ही झूठी खबरें और दुष्प्रचार के जरिए समाज को तोड़ने की कोशिशें भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि युद्ध का स्वरूप अब बदल रहा है, ‘आज का युद्ध केवल बंदूकों से नहीं, बल्कि दिमाग, तकनीक और नैतिकता से भी लड़ा जा रहा है।’ जनरल द्विवेदी ने जेन-जी की भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि यह पीढ़ी डिजिटल रूप से निपुण, सामाजिक रूप से जागरूक और वैश्विक रूप से जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा, ‘हम वर्दी में हैं, लेकिन हमें आपकी जरूरत हर क्षेत्र में है – खासकर टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में।
#WATCH | Delhi: During Young Leaders Forum, Chief of the Army Staff, General Upendra Dwivedi says, “…Our opportunities are immense… However, so are the challenges. Firstly, we face traditional rivalries and collusive threats, resulting in over 2.5 front challenges. Secondly,… pic.twitter.com/hNfvnoUsAN
— ANI (@ANI) October 31, 2025