राजस्थान में जैसे हादसों का प्रदेश बनता जा रहा है। राजस्थान की सड़कों पर इन दिनों मानो मौत का तांडव मचा हुआ है। आए दिन प्रदेश की सड़कें लोगों के खून से रंग रही हैं। कहीं बस पेड़ से जा टकराई, कहीं स्कूली वैन पलट गई, तो कहीं सिलेंडरों से भरे ट्रक में धमाका हो गया। दर्जनों लोगों की जानें जा चुकी हैं और सैकड़ों घायल हुए हैं। बावजूद इसके, प्रशासन और सरकार की नींद अभी तक नहीं टूटी। रविवार के दिन भी एक साथ 15 लोगों की जान चली गई। जोधपुर में मतोड़ा के पास एक टैंपो ट्रैवलर सड़क पर खड़े ट्रक में घुस गया। टक्कर इतनी तेज थी कि टैंपो ट्रैवलर पूरी तरह चकनाचूर हो गया। हादसे में 15 लोगों की मौत हो गई। पिछले दो महीनों में छोटे-बड़े मिलाकर कई भीषण हादसे हुए हैं।
1 नवंबर: उत्तर प्रदेश परिवहन निगम पेड़ से भिड़ी, 30 यात्री घायल
दौसा जिले की सीमा पर नेशनल हाईवे 21 पर उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की जयपुर से आगरा जा रही बस अचानक अनियंत्रित होकर रोड किनारे बबूल के पेड़ से टकरा गई। दुर्घटना में बस में सवार 30 यात्री घायल हो गए। घायलों में 5 यात्रियों की हालत गंभीर होने पर उन्हें उपचार के बाद जयपुर रेफर कर दिया गया।
1 नवंबर: कोटा में स्कूली वैन का टायर फटा, बड़ा हादसा हुआ
कोटा में एक प्राइवेट स्कूल की वैन टायर फटने के कारण बोलेरो से टकराकर पलट गई। हादसे में 2 बच्चों की मौत हो गई। वहीं, 10 से ज्यादा बच्चे गंभीर घायल हो गए। हादसा इतना भीषण था कि कुछ बच्चे वैन के अंदर ही फंस गए। वहीं, कुछ वैन से 10 फीट दूर जाकर गिरे। एक्सीडेंट शनिवार सुबह 8 बजे जिले के इटावा में गेता रोड पर हुआ।
31 अक्टूबर: डंपर की टक्कर से चार लोगों की मौत
जोधपुर जिले के फलोदी के निकट राष्ट्रीय राजमार्ग 11 पर शुक्रवार देर रात एक भीषण सड़क हादसा हुआ था। इस हादसे में भी चार लोगों की मौत हो गई थी। भादू रेस्टोरेंट के पास खड़ी मजदूरों से भरी लोडिंग टैक्सी को पीछे से आ रहे डंपर ने जोरदार टक्कर मार दी थी। टक्कर इतनी भीषण थी कि मौके पर ही चार लोगों की मौत हो गई, जबकि छह महिलाओं और तीन बच्चों सहित 12 लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। ग्रामीणों की मदद से घायलों को फलोदी के जिला अस्पताल पहुंचाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद तीन गंभीर घायलों को जोधपुर रेफर किया गया था।
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19 अक्टूबर: ट्रेलर और स्कॉर्पियो की भीषण टक्कर, चार जिंदा जले
बाड़मेर के बालोतरा-सिणधरी हाईवे पर एक बड़ा सड़क हादसा हुआ, जिसमें एक ट्रेलर और स्कॉर्पियो की भीषण टक्कर के बाद स्कॉर्पियो में आग लग गई। इस हादसे में स्कॉर्पियो में सवार चार लोगों की जिंदा जलने से मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति घायल हुआ।
14 अक्टूबर: स्लीपर बस में भीषण आग, 26 यात्रियों की मौत
जैसलमेर के पास 14 अक्टूबर 2025 को एक निजी स्लीपर बस में भीषण आग लग गई थी, जिससे 26 यात्रियों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। यह घटना जैसलमेर से जोधपुर के बीच थैयाट गांव के पास हुई थी।
7 अक्टूबर: अजमेर हादसा: टैंकर-ट्रक की टक्कर से भीषण विस्फोट, 200 सिलेंडर फटे
अजमेर हाईवे पर सावरदा पुलिया के पास शनिवार देर रात बड़ा हादसा हो गया। केमिकल टैंकर और एलपीजी सिलेंडरों से भरे ट्रक की टक्कर के बाद जोरदार विस्फोट हुआ। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि टैंकर के केबिन में आग लग गई, जो तुरंत एलपीजी सिलेंडरों तक फैल गई। देखते ही देखते करीब 200 सिलेंडर एक के बाद एक फट गए। धमाकों की आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनी गई। हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। मौके पर दमकल की कई गाड़ियां आग पर काबू पाने में जुटी हैं। पुलिस ने हाईवे पर यातायात रोक दिया है और राहत-बचाव कार्य जारी है।
5 अक्टूबर: एसएमएस के आईसीयू में आग, 8 मरीजों की मौत
जयपुर के एसएमएस अस्पताल के आईसीयू में आग लगने से 8 मरीजों की मौत हो गई। यह घटना 5 अक्टूबर 2025 में ट्रॉमा सेंटर के आईसीयू वार्ड में शॉर्ट सर्किट के कारण हुई थी। आग लगने के बाद धुएं के कारण कई मरीजों की जान चली गई, जबकि अन्य को बाहर निकालने की कोशिश में कुछ की हालत बिगड़ गई।
13 सितंबर: हरिद्वार से लौट रहे दो परिवारों की सड़क हादसे में मौत
राजधानी जयपुर के शिवदासपुरा थाना क्षेत्र में शनिवार देर रात बड़ा सड़क हादसा हुआ। हरिद्वार से लौट रहे दो परिवारों की कार रिंग रोड से अनियंत्रित होकर करीब 16 फीट नीचे अंडरपास के पानी में गिर गई। हादसे में सात लोगों की मौत हो गई।
13 अगस्त: दौसा में भीषण सड़क हादसे में 13 लोगों की मौत
राजस्थान के दौसा में नेशनल हाईवे पर हुए भीषण सड़क हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हैं। मृतकों में 7 बच्चे भी शामिल थे। यह हादसा खाटू श्याम मंदिर से लौटते समय रात लगभग 3:30 बजे हुआ।